नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है. पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. इस महीने के आखिर में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को Repeal करने की संवैधानिक प्रक्रिया को संपन्न कर देंगे. केंद्र सरकार के इस कदम पर विपक्ष की प्रतिक्रिया सामने आई है.
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!' वहीं दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि आंदोलन तुरंत वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में निरस्त किया जाएगा. सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा करें.
वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी के इस फैसले पर लिखा कि, 'तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार है. यह पिछले एक साल से आंदोलनरत किसानों के धैर्य की जीत है. देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. मैं किसान आंदोलन में शहादत देने वाले सभी किसानों को नमन करता हूं. यह उनके बलिदान की जीत है.'
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