नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र में सोमवार को विपक्ष ने केंद्र सरकार से सवाल किया था कि क्या सरकार इस बात से अवगत है कि घरों को लौटते समय कई श्रमिकों की रास्ते में मौत हो गई और क्या राज्यवार मृतकों के आंकड़े मौजूद है? इसके जवाब में केंद्र ने कहा कि मृतकों की तादाद को लेकर कोई डेटा मौजूद नहीं है। इस तथ्य को लेकर मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने शायराना अंदाज में केंद्र सरकार पर तंज कसा है।
राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा है कि "मोदी सरकार नहीं जानती कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मज़दूर मरे और कितनी नौकरियाँ गयीं। तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हाँ मगर दुख है सरकार पे असर ना हुई, उनका मरना देखा ज़माने ने, एक मोदी सरकार है जिसे ख़बर ना हुई।'' बता दें कि कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद जब देश में लॉकडाउन लगा था, तो प्रवासी श्रमिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. लाखों की तादाद में प्रवासी मजदूर सड़कों पर थे, इस दौरान कई की मौत की खबर भी सामने आई थी.
कोरोना संकट के बीच सोमवार से संसद के मानसून सत्र शुरू हो चुका है, सत्र के पहले दिन केंद्र सरकार को विपक्ष के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। विपक्ष ने लॉकडाउन और कोरोना वायरस को लेकर मोदी सरकार से कई सवाल किए। इन्ही सवालों में से केंद्र से एक सवाल लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों की मौत को लेकर किया गया, जिसके जवाब में केंद्र ने कहा कि उनके पास इससे संबंधित कोई डाटा मौजूद नहीं है।
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