नई दिल्ली: देश में किसानों का आंदोलन आज 20वें दिन भी जारी है। इस दाैरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दों के साथ आम जनता के मुद्दों को बुलंद करते हुए एक बार फिर केंद्र में बैठी मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में कोई भी जब काेई अपनी समस्या के निराकरण के लिए आवाज उठाता है, तो मोदी सरकार उस सपर ही हमला बोलने लगती है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए मोदी सरकार के लिए असंतुष्ट छात्र देशद्रोही हैं। चिंतित नागरिक शहरी नक्सली हैं। प्रवासी श्रमिक कोरोना वायरस फैलाने वाला है। दुष्कर्म पीड़िता कोई नहीं है। प्रदर्शनकारी किसान खालिस्तानी हैं और पूंजीपति लोग उनके सबसे अच्छे मित्र हैं। इससे पहले केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को पूछा था कि सरकार द्वारा तीन कृषि क्षेत्र के कानूनों को रद्द किए जाने से पहले कितने और 'बलिदान' देने होंगे।
राहुल गांधी ने जारी किसान आंदोलन के दौरान कृषकों की मौतों के संबंध में मीडिया रिपोर्ट की एक क्लिपिंग का हवाला देते हुए ट्वीट किया था कि इन कृषि क्षेत्र के कानूनों को रद्द करने से पहले हमारे किसान भाई को और कितने बलिदान करने होंगे? इस बीच संसद के पिछले मानसून सत्र में केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सरहदों पर किसानों का आंदोलन आज 20 वें दिन में प्रवेश कर चुका है। सभी नाराज किसान 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न बॉर्डर्स पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
For Modi Govt:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2020
Dissenting students are anti-nationals.
Concerned citizens are urban naxals.
Migrant labourers are Covid carriers.
Rape victims are nobody.
Protesting farmers are Khalistani.
And
Crony capitalists are best friends.
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