नई दिल्ली: स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को बार-बार माफीवीर बताने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों से कांग्रेस एक और मुश्किल में घिरती नज़र आ रही है। दरअसल, कांग्रेस के सहयोगी दल ही अब राहुल के बयानों पर आपत्ति जताने लगे हैं। राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस ने आज सोमवार (27 मार्च) को विपक्षी नेताओं मीटिंग बुलाई है, लेकिन उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इस बैठक में आने से साफ़ इनकार कर दिया है।
उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि, 'मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर होने वाली बैठक में हम नहीं जाएंगे, क्योंकि राहुल गांधी का कहना है कि मैं सावरकर नहीं हूं, मैं गांधी हूं।' इससे पहले रविवार (26 मार्च) को ही सावरकर पर लगातार विवादित टिप्पणी करने वाले राहुल गांधी को उद्धव ठाकरे ने चेताया था। ठाकरे ने कहा था कि हम हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर का तिरस्कार स्वीकार नहीं करेंगे। अब उनकी पार्टी के सांसद संजय राउत ने राहुल गांधी से मुलाकात करने की बात कही है। राउत ने सोमवार (27 मार्च) को कहा कि वह राहुल गांधी से मिलेंगे और उन्हें बताएंगे कि वीर सावरकर का अपने भाषणों में उल्लेख न करें और उनके अपमान से बचें। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर हमारे लिए आस्था का विषय हैं और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते।
राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि वीर सावरकर हमारे लिए भगवान जैसे हैं। हमारी आस्थान उनके साथ जुड़ी हुई है और उनके अपमान को हम किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे। संजय राउत ने कहा कि मैं राहुल गांधी से वीर सावरकर के मुद्दे पर बात करूंगा। मैं उन्हें बताऊंगा की वीर सावरकर ने क्या बलिदान दिया है। सावरकर ने अंडमान निकोबार की कालापानी जेल में 14 वर्ष बिताए थे। उन्हें काला पानी की सबसे कड़ी सजा दी गई थी। संजय राउत ने कहा कि मेरी तरह जो लोग भी जेल गए हैं, वे जानते हैं कि वहां एक दिन भी बिताना कितना मुश्किल है।
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वीर सावरकर पर टिप्पणी कर अपनों में ही घिरे राहुल गांधी, उद्धव के बाद अब संजय राउत ने दी नसीहत