नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में एक बार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधा है। जी दरअसल कारोबारी घरानों को बैंक खोलने की अनुमति के सुझाव पर राहुल गांधी खुश नहीं है और इसी पर उन्होंने क्रोनोलॉजी समझाते हुए अपनी बात रखी है। हाल ही में उन्होंने कहा कि, 'पहले बड़ी कंपनियों का कर्ज माफी होगा, फिर उन कंपनियों को बड़े कर छूट मिलेंगे और अब इन कंपनियों के द्वारा बनाए गए बैंक में लोगों की सेविंग दे देना।' जी दरअसल आज सुबह ही राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है और ट्वीट में उन्होंने कहा, 'क्रोनोलॉजी समझिए- सबसे पहले, कुछ बड़ी कंपनियों के लिए कर्ज माफी। फिर कंपनियों के लिए भारी कर कटौती। अब, उन्हीं कंपनियों द्वारा स्थापित बैंकों को सीधे लोगों की बचत दें। #SuitBootkiSarkar।'
Chronology samajhiye:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 24, 2020
First, karz maafi for few big companies.
Next, huge tax cuts for companies.
Now, give people's savings directly to banks set up by these same companies. #SuitBootkiSarkar pic.twitter.com/DjK2mya4EZ
वैसे हम आपको यह भी बता दें कि रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारतीय कॉरपोरेट घरानों को बैंक स्थापित करने की अनुमति देने की सिफारिश की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'कॉरपोरेट घरानों को बैंक स्थापित करने की मंजूरी देने की सिफारिश आज के हालात में चौंकाने वाली है। उन्होंने इस सुझाव को 'बैड आईडिया' कहा था।'
अब बात करें पूरे मामले के बारे में तो आरबीआई ने बीते दिनों ऐसे गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों (एनबीएफसी) को बैंकिंग लाइसेंस देने की वकालत की है, जिनका असेट 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है और जिनका कम से कम 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि बड़े औद्योगिक घरानों को भी बैंक चलाने की अनुमति दी जा सकती है।
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