20 जुलाई को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर फैसला हुआ, जिसमे 325 वोट मोदी सरकार को मिले, वहीँ विपक्ष को 126 मतों से संतोष करना पड़ा और अविश्वास प्रस्ताव औंधें मुँह गिर पड़ा. लेकिन कल और आज में जितनी चर्चा मोदी सरकार की जीत और विपक्ष की हार की नहीं हुई, उससे कहीं ज्यादा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी सुर्ख़ियों में छाए रहे, सदन में दिए गए अपने भाषण को लेकर नहीं, बल्कि अपनी आँख मारने के स्टाइल को लेकर.
सोशल मीडिया से लेकर सभी न्यूज़ चैनल्स पर राहुल गाँधी के नज़रों के तीर की चर्चाएं चल रही है. अभी तक इस घटना को 24 घंटे से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन राहुल गाँधी की नज़रों का जादू अभी भी बरक़रार हैं. कई लोग राहुल गाँधी की तुलना प्रिया प्रकाश से भी कर दी, जो खुद कुछ समय पहले आँख मारकर सुर्ख़ियों में आई थी, अब जब तुलना प्रिया प्रकाश से कर दी गई तो उन्होंने भी सुर्खियां बटोरने का मौका न छोड़ते हुए एक न्यूज़ चैनल के माध्यम से अपनी राय रख दी, उन्होंने कहा कि उन्हें राहुल गांधी के आँख मरने का अंदाज़ बहुत पसंद आया.
शुक्रवार सदन में क्या हुआ, किसने क्या बोला, किस बात पर नारे लगे, किस बात पर हंगामा हुआ, इन सब बातों पर तो किसी का ध्यान ही नहीं गया और जाएगा भी कैसे जब सारे न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया राहुल गांधी के नैन मटक्के और जादू की झप्पी से भरी रहेगी, तो जनता को कैसे मालूम चलेगा की जब वे प्रिया प्रकाश की आँख पर नज़र गड़ाए बैठे थे उसी समय कोई बेकसूर भीड़तंत्र की भेंट चढ़ चुका था.
तीखे बोल:-
कटाक्ष: अनुशासन और मर्यादा की मिसाल भारतीय संसद