नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कृषि कानूनों को पूरी तरह से रद्द करने से कुछ भी कम स्वीकार करना किसानों के साथ विश्वासघात की तरह होगा. राहुल गांधी ने ये बात गुरुवार को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच वार्ता को देखते हुए कही है.
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कृषि संबंधी काले कानूनों को सरकार को पूरी तरह से निरस्त करना चाहिए. राहुल गाँधी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘काले कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से रद्द करने से कम कुछ भी स्वीकार करना भारत और उसके किसानों के साथ विश्वासघात होगा.’ किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट किया.
प्रियंका गाँधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, ‘भाजपा सरकार के मंत्री व नेता किसानों को देशद्रोही बोल चुके हैं, इस आंदोलन के पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश बता चुके हैं. ये भी कह चुके हैं कि आंदोलन करने वाले करने वाले किसान नहीं लगते. लेकिन आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा. किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र.’
काले कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से रद्द करने से कम कुछ भी स्वीकार करना भारत और उसके किसानों के साथ विश्वासघात होगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2020
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