नई दिल्ली: कृषि बिल को लेकर संसद के उच्च सदन (Rajyasabha) में हुए हंगामे के बाद आठ विपक्षी सांसदों को सस्पेंड करने के मुद्दे पर सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है। विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को निरंकुश करारा देते हुए आरोप लगाया है कि वह विपक्ष की आवाज़ को अलोकतांत्रिक तरीके से दबाने का काम कर रही है.
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि लोकतांत्रिक भारत की आवाज़ दबाना जारी है, सरकार के घमंड ने पूरे देश को आर्थिक संकट में डाल दिया है. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, "लोकतांत्रिक भारत की आवाज़ दबाना जारी : शुरुआत में उन्हें चुप किया गया, और बाद में काले कृषि कानूनों को लेकर किसानों की चिंताओं से मुंह फेरकर संसद में सांसदों को सस्पेंड किया गया. इस सर्वज्ञ सरकार के कभी खत्म नहीं होने वाले घमंड के कारण पूरे देश के लिए आर्थिक संकट आ गया है."
आपको बता दें कि राहुल गांधी शुरू से कृषि बिलों का विरोध कर रहे हैं, हालाँकि बिल दोनों सदनों में पारित हो चुके हैं। इससे पहले राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'जो किसान धरती से सोना उगाता है, मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आँसू रुलाता है। राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फ़रमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है।'
’Muting Of Democratic India’ continues: by initially silencing and later, suspending MPs in the Parliament & turning a blind eye to farmers’ concerns on the black agriculture laws.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2020
This ‘omniscient’ Govt’s endless arrogance has brought economic disaster for the entire country.
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