देहरादून: उत्तराखंड के शहर जोशीमठ में जमीन धंसने एवं घरों की दीवारों में दरार से लोग खौफ में हैं। आज शनिवार को ग्राउंड जीरो पर मुख्यमंत्री धामी पहुंचे तथा घर-घर जाकर निरीक्षण किया। इस के चलते उन्होंने रोते-बिलखते लोगों को दिलासा दिया। यहां 600 से अधिक घरों की दीवारों पर दरार हैं। जिसके पश्चात् 44 परिवार सुरक्षित जगह पर ले जाए गए हैं। इससे पहले शुक्रवार को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। जिसमें अफसरों को सख्त निर्देश दिए गए।
वही इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, "उत्तराखंड के जोशीमठ से आ रही तस्वीरें अत्यंत भयावह हैं। जिन्हें देखकर बहुत विचलित हूं। घरों में चौड़ी दरारें, पानी का रिसाव, ज़मीन का फटना एवं सड़कों का धंसना बेहद चिंताजनक है। एक दुर्घटना में, भूस्खलन से भगवती मंदिर तक ढह गया। प्रकृति के विरुद्ध जाकर, पहाड़ों पर निरंतर खुदाई एवं अनियोजित निर्माण से आज जोशीमठ के लोगों पर खतरनाक संकट टूट पड़ा है। इस कड़कड़ाती ठंड में, इस आपदा ने लोगों से उनके आशियाने छीन लिए हैं। वहां के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि शीघ्र से शीघ्र लोगों की सहायता करें तथा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं। उत्तराखंड सरकार से अपेक्षा है कि वो इस कठोर मौसम में लोगों का संज्ञान ले कर उनके तत्काल पुनर्वास का प्रबंध करे एवं मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
वही इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी जोशीमठ की तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट साझा की। जिसमें उन्होंने लिखा, "उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने एवं सैकड़ों घरों में दरार आने की खबरें बेहद चिंताजनक हैं। वहां रहने वाले लोग दहशत में हैं तथा मदद की गुहार लगा रहे हैं। प्रकृति को नजरअंदाज करके अंधाधुंध खुदाई एवं अनियोजित निर्माण कार्यों के कारण जोशीमठ पर भयानक संकट मंडरा रहा है। प्रदेश सरकार से अपील है कि बिना देर किए प्रभावित क्षेत्रों को बचाने के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा एवं पुनर्वास के उपाय किए जाएं। देरी का परिणाम भयानक हो सकता है। आपदा की इस स्थिति में पूरा देश एकजुट है तथा हम सब जोशीमठ के निवासियों के साथ हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि प्रभावित लोगों की यथासंभव सहायता करें। मुख्यमंत्री की बैठक के पश्चात् जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है। सीएम के निर्देश पर प्रशासन ने 6 महीने तक प्रभावित परिवारों को किराया देने की घोषणा की है। अफसरों के अनुसार, जिन व्यक्तियों के घर खतरे की जद में हैं या रहने योग्य नहीं है, उन्हें अगले 6 महीने तक किराए के मकान में रहने के लिए ₹4000 प्रति परिवार सहायता दी जाएगी। यह सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान की जाएगी।
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