दिल्ली : कैंब्रिज एनालिटिका-फेसबुक डेटा चोरी मामले में आरोप प्रत्यारोप जारी है. बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर किये गए वार का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जवाबी हमला किया है. राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्वीट कर केंद्र सरकार को आइना दिखाया है.
राहुल ने लिखा -''समस्याः 39 भारतीयों की मौत; सरकार बैकफुट पर, झूठ बोलते हुए पकड़ी गई
समाधानः कांग्रेस और डेटा चोरी को लेकर कहानी गढ़ो
परिणामः मीडिया नेटवर्क्स के बीच बाइट की होड़, 39 भारतीय रडार से गायब
समस्या हल हो गई.''
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की मदद करने वाली एक फर्म ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ पर लगभग 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारी चुराने के आरोप लगे हैं. इस जानकारी को कथित तौर पर चुनाव के दौरान ट्रंप को जिताने में सहयोग और विरोधी की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया है. इसे फेसबुक के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक कहा जा रहा है. मामले पर बुधवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कैंब्रिज एनालिटिका का कनेक्शन कांग्रेस से जोड़ते हुए कई आरोप लगा डाले. प्रसाद ने आरोप लगाया कि कैंब्रिज एनालिटिका के कांग्रेस पार्टी के साथ संबंध हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सोशल मीडिया प्रोफाइल में कैंब्रिज एनालिटिका की क्या भूमिका है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 2019 के चुनाव अभियान के लिए कैंब्रिज एनालिटिका की सेवा ली है. मीडिया के एक वर्ग द्वारा इसे ब्रह्मास्त्र कहा जा रहा है.
इसके बाद कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा किया है कि उनकी पार्टी और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी ने लंदन स्थित इस कंपनी की सेवाएं कभी नहीं लीं. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रसाद की यह टिप्पणी तथ्यों को तोड़ने मरोड़ने और अन्य मुद्दों से देश का ध्यान बंटाने का एक अन्य प्रयास है. उन्होंने दावा किया कि कंपनी की वेबसाइट में यह कहा गया है कि यह एक अध्ययन एवं संचार अभियान चलाती है और 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए गहन चुनाव विश्लेषण करने के लिए उसके साथ अनुबंध किया गया था. सुरजेवाला ने कहा कि कैम्ब्रिज एनालिटिका एवं अन्य भारतीय फर्म ओबीआई, जिसे एक राजग नेता का पुत्र चलाता है, एक दूसरे के व्यवसाय की प्रतिपूर्ति करते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि इन कंपनियों की उपलब्धियों में सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए चार सफल चुनाव अभियानों का प्रबंधन करना है. उन्होंने दावा किया कि कैम्ब्रिज के स्थानीय साझेदार ओबीआई ने 272 प्लस का लक्ष्य हासिल करने की बात की है. उसने बीजेपी प्रत्याशियों को चुनाव क्षेत्रवार डेटा उपलब्ध करवाये और हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड एवं दिल्ली में उसके राष्ट्रीय एवं राज्य चुनावों में उसकी मदद की.
प्रसाद द्वारा फेसबुक के बारे में किये गये दावों के बारे में सुरजेवाला ने कहा कि फेसबुक से प्रधानमंत्री के क्या संबंध हैं, यह तो वही बता सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह देश के एकमात्र प्रधानमंत्री हैं जो सिलिकान वैली में फेसबुक के कार्यालय में गये थे और उसके संस्थापक मार्क जकरबर्ग से मिले थे.
इसी बीच सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक को आगाह किया कि यदि उसने देश की चुनाव प्रक्रिया को किसी भी अवांछित तरीके से प्रभावित करने का प्रयास किया तो उसे कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
हालांकि आज ही फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने इस मुद्दे को लेकर फेसबुक पर पोस्ट लिखा है. अपने पोस्ट में उन्होंने बताया है कि कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे भी कड़े कदम उठा सकती है. जकरबर्ग ने कैम्ब्रिज एनालिटिका के मामले में अपनी गलती को कबूला है.
फेस बुक डाटा लीक से बीजेपी-कांग्रेस के रिश्ते
डेटा लीक मामले में फेसबुक ने गलती स्वीकारी
फेसबुक डेटा चोरी : रविशंकर प्रसाद ने दी मार्क जकरबर्ग को चेतवानी