नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व IAS अधिकारी और ओडिशा से राज्यसभा सदस्य अश्विनी वैष्णव को देश का रेल मंत्री नियुक्त किया है. वैष्णव के पास अतिरिक्त IT मंत्रालय का भी प्रभार है. IAS अधिकारी से राज्यसभा सांसद और फिर मोदी के मंत्रिमंडल में रेल मंत्री के रूप में पद संभालना उनकी काबिलियत का परिचय माना जा रहा है.
बता दें कि अश्विनी वैष्णव भारत के सबसे युवा रेलमंत्री के रूप में कार्यरत हैं. वे 2003 में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के उप सचिव भी रह चुके हैं. अश्विनी वैष्णव राजस्थान के पाली के निवासी हैं. लेकिन उनकी कर्मभूमि ओडिशा रही है. रेल मंत्री बनने के बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि, ओडिशा मेरी कर्मभूमि है, मैं ओडिशा की जनता की सेवा करने के लिए भगवान जगन्नाथ का सबसे अच्छा आशीर्वाद चाहता हूं.'
बता दें कि, देश की आजादी के बाद से ओडिशा में विभिन्न सियासी दलों ने सरकार बनाई. किन्तु यह दुर्भाग्य है की आज तक राज्य के सभी जिलों में रेल की पटरियां नहीं पहुंच पाईं हैं. स्थिति ऐसी है कि आदिवासी जिलों में सिर्फ सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है. हालांकि सरकारी दस्तावेज़ों में रेल मार्ग का नक्शा सालों पहले तैयार हो चुका है, किन्तु जमीनी हकीकत कुछ और है. अब देखना है कि क्या नये रेल मंत्री के कार्यकाल में आदिवासी जिलों के साथ ओडिशा के दूसरे जिलों में भी कितनी रेल के इंजन दौड़ते हैं.
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