प्रधानमंत्री मोदी ने आज देश की पांचवी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है। यह ट्रैन दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन होगी, जो चेन्नई से मैसूर के बीच चलेगी। वहीं ट्रेन करीब 500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। गौरतलब है की भारत में रेल सेवाओं को बेहतरीन बनाने के उद्देश्य से वन्दे भारत ट्रैन की शुरुआत 15 फरवरी 2019 हुई थी। यह ट्रैन दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू की गई। जबकि दूसरी ट्रेन दिल्ली से कटड़ा के लिए चलती है। इसी तरह तीसरी ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलाई गई है। चौथी वन्दे भारत ट्रैन की अगर बात करें तो यह नई दिल्ली और अम्ब अन्दौरा के बीच चलती है। अगले तीन सालों में 400 वन्दे भारत ट्रैन चलाने का लक्ष्य रखा है। यह कोई आम बात नहीं है। यदि यह लक्ष्य पूरा होता है, तो देश विकास और उन्नति की ओर तेजी से अग्रसर होगा।
दरहसल 1 फ़रवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट पेश किया। इस बजट को पेश करते हुए देश के युवाओं से लेकर किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण ऐलान किए गए। साथ ही रेलवे भी इससे अछूता नहीं रहा। बजट पेश होने के दौरान भारतीय रेलवे को सर्व सुविधायुक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण ऐलान हुआ। यहां नाम सुनाई दिया वन्दे भारत ट्रैन का। निर्मला सीतारमण ने कहा की हम अगले तीन सालों में 400 वन्दे भारत ट्र्रेने चलाएंगे।
भारत की सबसे तेज एक्सप्रेस ट्रैन है वन्दे भारत। बेमिसाल स्पीड वाली देश की यह सबसे हाईटेक ट्रैन अपनी सुविधाओं के लिए जानी जाती है। इसके जरिए तेज गति की ट्रैनों का नया नेटवर्क निर्मित करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसे में 400 नई वन्दे भारत ट्रैन चलने से ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र के लोगों को उच्च सुविधा के साथ यात्रा करने का अवसर मिल सकेगा।
एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस यह ट्रेन 'मेक इन इंडिया' का एक बहुत ही सटीक उदाहरण है। यह ट्रैन 160 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ती है। पूरी तरह भारत में विकसित हुई इस वन्दे भारत ट्रैन की डिजाइन एक बुलेट ट्रैन की तरह है। सफर के दौरान यात्री खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसका पूरा ध्यान रखा गया है। किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए ट्रेन में पुश बटन उपलब्ध है। इस बटन को दबाकर यात्री आपात स्थिति में ट्रैन रोक सकता है।
वन्दे भारत ट्रैन में 16 एयर कंडीशनर कोच है, जिसमें एक हजार से ज़्यादा यात्री सफर कर सकते है। प्रत्येक कोच 32 इंच की स्क्रीन से सुसज्जित है। ट्रैन के डिब्बे पूर्ण रूप से वातानुकूल है। इसके यात्रियों को हाई स्पीड WIFI के साथ ही भोजन की सुविधा भी है। यात्रियों को भोजन के लिए अलग से कोई शुल्क नहीं देना होता है। यह किराये में ही शामिल होता है। ट्रैन की सीटें बहुत ही आरामदायक है, इसे 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है। ट्रैन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम भी उपलब्ध है। सीसीटीवी कैमरे से पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकती है।
आपको बता दें की अगले तीन सालों में 400 वन्दे भारत ट्रेनें चलाना एक बहुत ही बड़ी चुनौती साबित होने वाला है। ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक सिर्फ पांच वन्दे भारत ट्रैन देशभर में चली है। ऐसे में ट्रेनों के उत्पादन को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है, की यह सपना लक्ष्य से कितनी पीछे है। बजट पेश होने के बाद वित्तमंत्री अश्विनी वैष्णव भी हर महीने सात से आठ वन्दे भारत ट्रैन चलाने की बात कह चुके है। मगर आंकड़े कुछ ओर ही बयां कर रहे हैं।