नई दिल्ली। नोटबंदी से परेशान लोगों द्वारा अपने पुराने नोट खपाने के लिए थोक में रेलवे रिज़र्वेशन करवा लिया गया। मगर अब आगामी वर्ष में बाहर जाने का प्लान करने वालों के लिए एक बुरी बात सामने आई है कि वर्ष 2017 में आम बजट प्रस्तुत किए जाने से पहले केंद्र सरकार रेल किराया बढ़ा सकती है। ऐसे में आम आदमी की जेब कुछ ढीली हो सकती है।
गौरतलब है कि इस बार रेल बजट को आम बजट के ही साथ प्रस्तुत किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार इस बार रेलवे में ट्रैक को बेहतर करने और सिग्नल प्रणाली को शानदार करने के ही साथ मानवरहित लेवल क्राॅसिंग को समाप्त करने के ही साथ सुरक्षा के उपाय के लिए फंड एकत्रित करने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा सुरक्षा उपकर भी लगाए जाने की बात कही गई थी।
रेलवे में सुरक्षा के मद्देनज़र राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष बनाने को लेकर 119183 करोड़ रूपए आवंटित करने की मांग भी की गई थी। तो दूसरी ओर रेलवे को अपने संसाधन जुटाने के लिए कहा गया था। रेलवे को किराया बढ़ाकर संसाधन जुटाने को कहा गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय किराया बढ़ाने के पक्ष में नहीं था
मगर रेलवे के लिए बढ़ता महंगा प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। गौरतलब है कि सरकार अभी तक माल भाड़े में बढ़ोतरी करती रही है लेकिन माना जा रहा है कि अब रेलवे अपने एसी - 2 एसी - 1 स्लीपर कोचेस के किराए में बढ़ोतरी कर सकता है।
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