लखनऊ: अप्रैल महीने की शुरुआत के साथ ही यात्रियों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ ट्रेनों को कैंसल किये जाने से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है तो दूसरी तरफ कैंसल टिकट के रिफंड को लेकर भी माथापच्ची करनी पड़ रही है. गौरतलब है कि रेलवे ने लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली गोमती एक्सप्रेस का संचालन 27 अप्रैल तक रोक रखा है. ऐसे में जिन यात्रियों ने इस समयावधि के बीच आने वाली अपनी कन्फर्म टिकट कैंसल कराना चाही तो उन्हें 60 से 120 रुपये तक का कैंसिलेशन चार्ज देना पड़ा.
अब सवाल ये उठता है कि रेलवे की गलती की सजा यात्री क्यों भुगतें? हालांकि कुछ यात्रियों ने इसकी शिकायत डीआरएम कार्यालय में दर्ज कराई है. वहीं इस मामले पर रेलवे अधिकारियों का कहना है कि, 'रेलवे जब भी कोई ट्रेन निरस्त करता है तो उसमें टिकट कराने वाले यात्रियों को आरक्षण की पूरी रकम लौटाई जाती है'. लेकिन गोमती एक्सप्रेस के मामले में ऐसा बिलकुल भी नहीं है. यात्रियों से टिकट रिफंड करने के पैसे लिए जा रहे है.
जानकारी के मुताबिक इस मामले पर एक शिकायतकर्ता विवेक का कहना है कि गोमती एक्सप्रेस के सेकंड क्लास सिटिंग में आरक्षण कराया था. टिकट रिफंड के लिए पहुंचे तो रेलवे ने 60 रुपये काट लिए. जबकि एसी क्लास के पैसेंजरों से कैंसलेशन चार्ज के रूप में 120 रुपये तक काटे जा रहे हैं.
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