कोच्ची: केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में आज मंगलवार (30 जुलाई) सुबह भारी बारिश के बीच हुए बड़े भूस्खलन में कम से कम 54 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है। वायनाड में चार घंटे के भीतर तीन भूस्खलन होने के बाद बचाव अभियान के लिए NDRF और सेना समेत कई एजेंसियों को तैनात किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, मुंदक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से हैं। कई लोगों के चालियार नदी में बह जाने की आशंका है। भारतीय सेना ने एक बयान में बताया है कि उन्होंने मेडिकल टीमों सहित 225 कर्मियों को तैनात किया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, एक Mi-17 और एक ALH (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) को भी सेवा में लगाया गया है। वहीं, केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि भारतीय नौसेना की एक टीम भी बचाव प्रयासों में मदद कर रही है। जॉर्ज ने कहा कि जिले में एक पुल जो प्रभावित क्षेत्रों को निकटतम शहर चूरलमाला से जोड़ता था, वह भी बह गया है। उन्होंने कहा, "करीब 70 लोग घायल भी हुए हैं। हमने घायलों का उचित उपचार सुनिश्चित किया है।"
वहीं, भूस्खलन के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के लिए 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और मैं घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।" उन्होंने कहा, "प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।"
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