नई दिल्ली: मानसून का असर इस वक़्त समूचे उत्तर भारत में दिखाई दे रहा है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदान तक नदियां उफान पर चल रहीं हैं। शहरों में जलभराव से लोग परेशान हैं। राजधानी दिल्ली में वर्षा का 41 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है। बीते 24 घंटे में राजधानी में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, मौसम विभाग (IMD) ने अभी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, अभी बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। उत्तरपश्चिम भारत में बारिश जारी रहेगी।
IMD का अनुमान है कि उत्तर भारत पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिसके चलते दिल्ली और आसपास के इलाकों में भारी वर्षा हो रही है। राजधानी में कई जगहों पर सड़कें पानी से लबालब भरी हुईं नज़र आईं, तो वहीं यातायात की समस्या पैदा हो गई। आज भी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वर्षा हो रही है। एक फ्लैट की छत गिरने से 58 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। वहीं राजस्थान में भी पिछले 24 घंटे में वर्षा से संबंधित घटनाओं में कम से कम 4 लोगों की जान चली गई।
IMD ने राजस्थान के 9 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इनमें राजसमंद, जालौर, पाली, अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भिलवाड़ा, बुंदी, चित्तौरगढ़, दौसा, धौलपुर और जयपुर में बारिश होने वाली हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी मूसलाधार वर्षा जारी और नदियां उफान पर हैं। कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। भूस्खलन और पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। इसी बीच अमरनाथ यात्रा अस्थायी तौर पर रोक दी गई है। श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर 3 हजार वाहन फंसे हैं।
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