मुंबई: रोजगार के मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के सीएम को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार के कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार विभाग से रोजगार के मुद्दे पर ध्यान देने की मांग की है। राज के अनुसार, यह विभाग बड़े आंकड़े में रोजगार मेले और परामर्श शिविर आयोजित करता है। किन्तु इस विभाग में पर्याप्त मेनपावर की कमी की वजह से सभी कंपनी प्रतिष्ठानों का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है। इसलिए, महाराष्ट्र में मराठी युवाओं को कई संस्थानों में हो रही भर्ती के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होती है।
राज ठाकरे का दावा है कि सरकारी एवं अर्ध-सरकारी भर्ती वर्तमान में अनुबंध के आधार पर की जाती है तथा सरकार द्वारा नियुक्त मेनपावर सप्लाई एजेंसियां अन्य प्रदेशों में भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देती हैं। राज ठाकरे ने कहा, 'इसी प्रकार, हाल ही में बिहार के पटना में एक एजेंसी द्वारा मेट्रो के लिए भर्ती निकाली गई थी। इस प्रक्रिया में बड़े आंकड़े में युवा अन्य राज्यों से महाराष्ट्र की तरफ पलायन करते हैं। उन पर नजर रखने के लिए कोई निगरानी और तरीका नहीं है। यहां तक कि इन अभ्यर्थियों के अधिवास प्रमाण पत्र भी राज्य सरकार को प्रस्तुत नहीं किए जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप यहां के कानून का उल्लंघन हो रहा है।'
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख ने कहा कि इसके कारण मराठी युवा रोजगार से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा, 'इसके लिए निजी प्लेसमेंट एजेंसी पंजीकरण एवं विनियमन अधिनियम का एक मसौदा प्रस्तावित है जिसे सरकार को आगामी सत्र में दोनों सदनों में अनुमति देनी चाहिए, राज ठाकरे की मांग है।'
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