पुणे के डीएसके समूह द्वारा किए गए 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रविंद्र मराठे को पुलिस ने हिरासत में लिया है, मगर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तथा बैंक से संबंधित अन्य अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह का एक्शन नहीं हुआ है इस पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने आपत्ति जताई है. उन्होंने भाजपा-शिवसेना दोनों पर निशाना साधते हुए कहा, "मराठे को इस तरह निशाना क्यों बनाया जा रहा है और क्या आप में अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है?"
ठाकरे ने कहा कि वह पुणे पुलिस द्वारा मराठे की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं होने का दावा कैसे कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बीओएम को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि बैंक ने कृषि ऋण माफी तथा संबंधित मुद्दों पर सहयोग करने से मना कर दिया था. ठाकरे ने कहा, "यह बीओएम का 'बैंक ऑफ बड़ौदा' में विलय करने की साजिश है. मैंने यही सुना है और यह डरावना है." उन्होंने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि जब मराठे को जेल में डाला जा सकता है तो आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख चंदा कोचर और पंजाब नेशनल बैंक के शीर्ष अधिकारी आजाद कैसे घूम रहे हैं.
प्रदेश सरकार द्वारा एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक बैग पर प्रदेशव्यापी प्रतिबंध लगाने के आदेश की निंदा करने के लिए बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बयान दिए. राज ठाकरे ने अमित शाह को लेकर अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में नोटबंदी के बाद पांच दिनों के भीतर सर्वाधिक विमुद्रित नोट जमा कराए जाने के मामले का जिक्र किया. शाह अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के निदेशक हैं.
शिवसेना का पीएम मोदी से सवाल- क्या किसानों की आत्महत्या ही है 'अच्छे दिन'?
इतिहास भाजपा को कभी माफ नहीं करेगा - शिव सेना
शिव सेना ने प्रणब मुखर्जी को अगला पीएम उम्मीदवार बताया