जयपुर: राजस्थान में गोवर्धन पूजा का पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। राज्य के भरतपुर जिले में इसे लेकर जबरदस्त तैयारी की गई थी। भरतपुर के कॉलेज ग्राउंड में JCB की मदद से गोवर्धन भगवान की 108 फीट की गोवर्धन प्रतिमा बनाई गई। 40 लोगों ने सैकड़ों किलो गोबर से भगवान गोवर्धन की लेटी हुई मूर्ति तैयार की है। दावा है कि यह विश्व की सबसे बड़ी गोवर्धन प्रतिमा है। ऐसे में इसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने का भी प्रयास किया जाएगा।
बता दें कि, दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पर्व मनाया जाता है, मगर इस बार सूर्य ग्रहण की वजह से मंगलवार को यह पर्व नहीं मनाया जा सका। जिसके बाद बुधवार को यह पर्व धूमधाम से मनाया गया। इसके लिए भरतपुर कॉलेज ग्राउंड में JCB से गोवर्धन भगवान की 108 फीट की प्रतिमा बनाई गई। 40 से अधिक महिला-पुरुषों ने तीन दिन में इस प्रतिमा को तैयार किया। जिसमें हजारों किलो गोबर का इस्तेमाल किया गया है। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बुधवार शाम पांच बचे 108 फीट की विशाल गोवर्धन प्रतिमा की पूजा की। इस दौरान बड़ी तादाद में शहर के लोग भी कॉलेज ग्राउंड पहुंचे और भगवान गोवर्धन के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
कार्यक्रम के आयोजकों का दावा है कि भरतपुर में बनाई गई भगवान गोवर्धन की लेटी हुई 108 फीट की प्रतिमा, विश्व में कहीं भी बनने वाली गोवर्धन प्रतिमा में सबसे विशाल है। इसलिए हमारा प्रयास है कि इसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाए। बता दें कि राजस्थान का भरतपुर समेत राज्य का पूर्वी इलाका ब्रज क्षेत्र में आता है। यह भगवान कृष्ण की लीला स्थली माना जाता है। ऐसे में यहां गोवर्धन पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। शहर के लोग बड़ी तादाद में भगवान गोवर्धन की परिक्रमा करने पहुंचते हैं।
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