नई दिल्ली: कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से आज नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ करने वाली है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। गहलोत बुधवार को दिल्ली पहुंच गए थे। इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से ED की पूछताछ के दौरान भी गहलोत ने ही मोर्चा संभाला था। बुधवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर प्रदर्शन की रणनीति तैयार की गई।
यहाँ बैठक को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी के साथ एकजुट होकर खड़ी है। उन्होंने कहा विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। ED टारगेट बना रही है। कांग्रेस पार्टी आज सोनिया गांधी के पूरी एकजुट होकर खड़ी है। बैठक में सभी कांग्रेस नेताओं ने ED के खिलाफ आक्रोश जताया। उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी की आज ED के समक्ष पेशी होनी है। ED ने सोनिया गांधी को समन भेजा था, मगर अस्वस्थता के चलते वे हाजिर नहीं हो पाई थीं। सोनिया गांधी को पहले भी 8 जून को पेशी के लिए समन भेजा गया था। लेकिन अचानक उन्हें कोरोना हो गया और वे अस्पताल में भर्ती हो गईं।
अब जब ED ने सोनिया को फिर से समन भेजा है, तो जांच एजेंसी के खिलाफ पूरी कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है। राहुल से पूछताछ के समय भी कांग्रेस ने उग्र प्रदर्शन किया था। उस समय गहलोत ने आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पिटाई कर रही है। कांग्रेस हेडक्वाटर में पुलिस की एंट्री पर सीएम गहलोत आगबबूला हो गए थे। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार है हम भाजपा दफ्तर में पुलिस भेज दें, यह क्या कोई तरीका है क्या। राहुल गांधी से ED की पूछताछ के दौरान सीएम गहलोत राजस्थान का पूरा कामकाज छोड़कर दिल्ली में ही डटे रहे। हालांकि, एक-दो बार वे जयपुर जरूर आए, मगर आवश्यक कामकाज निपटाने के बाद वापस दिल्ली रवाना हो गए थे।
कोरोना, अस्पताल के बाद, नेशनल हेराल्ड केस में 'सोनिया गांधी' से पूछताछ आज
'गजवा-ए-हिन्द' पर शुरू हुई ATS की कार्रवाई, भारत को 'इस्लामिक देश' बनाने का लक्ष्य
'कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है...' UP में मचे सियासी बवाल पर अखिलेश का हमला