जयपुर: बीते दिनों बीकानेर निदेशालय की तरफ से तृतीय भाषा को लेकर जारी किए गए एक आदेश के बाद अल्पसंख्यक समाज में भारी आक्रोश देखने को मिला. इस आदेश में 5 या 5 से ज्यादा बच्चे जिस तृतीय भाषा के हों, उस भाषा को पढ़ाने के निर्देश देने की बात कही गई थी. आदेश के बाद इस पर बड़ा विवाद हुआ था. मामला सीएम गहलोत तक भी पहुंचा, जिसके बाद तृतीय भाषा के आदेश शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा तत्काल वापस लिया गया. वहीं, अब इस पूरे मामले पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सफाई पेश की है.
तृतीय भाषा को लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि, 'राजस्थान के प्रत्येक बच्चे को ऊर्दू भाषा को पढ़ने का अवसर मिले, इसको लेकर कांग्रेस सरकार गंभीर है. पहले भी इस तरह के आदेश की गफलत को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी और फ़ौरन उसका निस्तारण भी किया गया था और आने वाले समय में भी ऊर्दू भाषा को लेकर समाज के प्रतिनिधियों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है.'
डोटासरा ने आगे कहा कि, 'जहां पर कक्षा 1 से 8वीं तक ऊर्दू भाषा रही थी, वहां कक्षा 9वीं और 10वीं में भी उर्दू भाषा ही पढ़ाई जाएगी. साथ ही जिस स्कूल में 10 से अधिक स्टूडेंट्स अन्य किसी तृतीय भाषा के रहेंगे तो उनके लिए भी प्रबंध किया जाएगा. आने वाले समय में समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके जो उनकी इच्छा होगी उसका सम्मान किया जाएगा.
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