अलवर: राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार चुनावी घोषणा पत्र को हर हाल में लागू करने की कवायद में जुटी हुई है। इसी का परिणाम है कि बेरोजगार युवाओं को पहले से पांच गुणा बेरोजगारी भत्ता मिलने लगा, तो बेरोज़गार युवाओं की समस्या कम हुई है। अलवर के रोजगार दफ्तरों में बेरोजगारों का पंजीकरण भी बढ़ गया है।
राजस्थान में गहलोत सरकार ने आते ही चुनावी मैनिफेस्टो को लागू करने की दिशा में कदम उठाना शुरू कर दिए थे। बेरोजगार स्नातक युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के रूप में पांच गुना बढ़ोत्तरी के बाद मिलने वाली राशि से युवाओं के चेहरे खिल उठे हैं। अलवर जिले के रोजगार दफ्तर में लगभग 1 लाख 10 हजार बेरोजगार युवा पंजीकृत हैं। बेरोजगारी भत्ते के ऐलान के बाद लगभग 30 हजार युवाओं के पंजीकरण बढ़े हैं। इससे पहले 80 हजार बेरोजगार पंजीकृत थे।
मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना के तहत विद्यार्थियों को तीन हजार और दिव्यांग छात्रा को पैतीस सौ रुपए बतौर बेरोजगारी भत्ते प्रदान किए जा रहे हैं। जबकि इससे पहले पूर्व की सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारों को 500 से लेकर 600 रूपए तक ही मिलते थे। गहलोत सरकार ने इसी माह लगभग 13 हजार युवाओं को 40 करोड़ 40 लाख रुपए बेरोजगारी भत्ते के तौर पर युवाओं को दिए हैं।
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