जयपुर: फ्लोराइड युक्त पानी से राजस्थान वालों को जल्द मुक्ती मिलेगी. केवल 7 महीने में पूरे राजस्थान को फ्लोराइड मुक्त पानी मिलन शुरू हो जाएगा. जलदाय विभाग पूरे प्रदेश में सोलर डी-फ्लोरीडेशन प्लांट स्थापित किया जाएगा. मार्च तक पूरा राजस्थान बिल्कुल शुद्ध और स्वच्छ पानी पी सकेगा. पूरे राजस्थान के ग्रामीण इलाके को फ्लोराइड मुक्त करने के लिए गहलोत सरकार युद्धस्तर पर कार्य कर रही है. पीएचईडी विभाग ने अब तक 66 फीसदी सौर उर्जा के फ्लोरीडेशन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं. राज्य के 33 जिलों में कुल 3414 प्लांट लगाए जाने हैं, जिसमें से 2255 प्लांट तो लग चुके हैं, मौजूदा वित्तीय वर्ष के आखिर तक पूरे राजस्थान में सभी प्लांट लग जाएंगे.
रेगिस्तान की मिट्टी में फ्लोराइडयुक्त पानी की मात्रा इसलिए बढ़ती जा रही है क्योंकि राज्य का भूजल स्तर भी निरंतर गिरता जा रहा है. भूजल स्तर के गिरने से अधिक गहराई से पानी खींचा जा रहा है, जिस वजह से पानी में फ्लोराइड की मात्रा बहुत अधिक हो गई है. PHED और जलसंसाधन विभाग भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए भी काफी कोशिश कर रही है, किन्तु ऐसी स्थिति में ये कदम काफी नहीं है. दोनों विभागों को नई परियोजना तैयार करनी होगी, जिसके दूरगामी परिणाम अच्छे हो.
रेगिस्तान की मिट्टी से निकलने वाले जहरीले पानी को पीने लायक बनाने के लिए गहलोत सरकार ने पहली बार अहम कदम उठाए. सरकार के इस कदम के बाद सैकड़ों गांवों में पेयजल पानी मुहैया हो रहा है. राजस्थान में इससे पहले भी कई सरकार आई और गई, किन्तु आज तक किसी भी सरकार ने ऐसा सख्त कदम नहीं उठाया.
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