जयपुर: होली से पहले ही जोधपुर आबकारी विभाग पर लक्ष्मी मेहरबान होने लगी है। नए वित्तीय वर्ष में शराब की दुकानों के लाइसेंस के लिए अकेले जोधपुर में ही आवेदन शुल्क से आबकारी विभाग को तीस करोड़ रुपए की कमाई हो चुकी है। अब तक 16 हजार आवेदन पत्र विभाग को मिल चुके हैं। इनमें से 9500 आवेदन पत्रों की तस्दीक की जा चुकी है।
राज्य की गहलोत सरकार ने गुरुवार को आवेदन की तिथि पांच मार्च तक के लिए बढ़ा दी है। ऐसे में विभाग को आवेदन पत्रों से सत्तर-अस्सी करोड़ रुपए की आमदनी होने की उम्मीद है। आबकारी निरीक्षक पूजा मरोठी ने बताया है कि अंग्रेजी व देसी शराब की दुकानों के लाइसेंस के लिए आवेदन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख पहले 27 फरवरी थी। अब पांच मार्च रात 11.59 बजे तक ऑनलाइन अथवा ई-मित्र के माध्यम से आवेदन जमा हो सकेंगे।
सात मार्च शाम छह बजे तक आवेदनों की हार्ड कॉपी जमा की जाएगी। अब लॉटरी 12 मार्च को निकाली जाएगी। पहले लॉटरी 7 मार्च को निकाली जानी थी। जिले में देसी शराब के 238 समूह हैं। जिनमें कम्पोजिट व देसी दोनों शामिल हैं। वहीं, भारत में तैयार विदेशी मदिरा की शहर में जोधपुर में 66, बिलाड़ा व फलोदी में तीन-तीन और पीपाड़ में दो समूह के लिए आवेदन जमा किए जाएंगे। हर आवेदन पत्र के साथ तीस हजार रुपए शुल्क नेट बैंकिंग, ई-ग्रास चालान, डीडी या ई-मित्र के जरिए जमा कराने होंगे। एक शख्स कितने भी आवेदन जमा करा सकता है।
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