जयपुर: आने वाले 1 नवंबर से गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर प्रशासन चौकन्ना हो गया है. आंदोलन की संभावना को देखते हुए भरतपुर के बयाना डाक बंगले में एक बार फिर से हलचल आरंभ हो गई है. यहां अधिकारियों का आवागमन शुरू होने लगा है. कलेक्टर नथमल डिडेल व SP डॉ. अमनदीप सिंह कपूर आज बयाना दौरे पर जाएंगे. वहीं बयाना, वैर, भुसावर व करौली के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा को स्थगित कर दिया गया है.
इसके साथ ही आंदोलन प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं. अधिकारियों के हेडक्वार्टर छोड़ने पर भी पाबंदी लगाई गई है. अधिकारी लागातार आला गुर्जर नेताओं से संपर्क करते हुए आगामी रणनीति जानने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. वहीं क्षेत्र में इंटरनेट ठप्प होने से उपभोक्ताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार 1 नवंबर से होने वाले आंदोलन को थामने के लिए गुर्जर समाज के नेताओं को बातचीत के लिए मनाने में जुटी है, इसके साथ ही कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ऐहतियाती कदम उठाने आरंभ कर दिए हैं.
सरकार के स्तर पर कैबिनेट सब कमेटी गुर्जर नेताओं को बातचीत की टेबल पर लाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. कैबिनेट सब कमेटी में शामिल गुर्जर समाज के खेल मंत्री अशोक चांदना और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा गुर्जर नेताओं को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके तहत गुरुवार को चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से फोन पर चर्चा की थी, किन्तु वे अब तक औपचारिक बातचीत के लिए तैयार नहीं हुए हैं. इससे पहले भी गुरुवार को गुर्जर नेताओं की अनुपस्थिति में कैबिनेट सब कमेटी की बैठक हुई.
क्या 181 पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस में बदलेगा रेलवे ? जानिए क्या है रेल मंत्रालय का प्लान
सोने-चांदी की कीमतों में हुआ बड़ा बदलाव, यहाँ जानिए आज के भाव
फारूक अब्दुल्ला को प्रशासन ने दरगाह नहीं जाने दे रहा प्रशासन, NC का आरोप