राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश में अध्यादेश लागू किया है. अध्यादेश में महामारी के दौरान सरकार द्वारा तय नियमों एवं गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर 2 साल की सजा या 10 हजार रुपये जुर्माना अथवा दोनों एक साथ किए जाने का प्रावधान है.
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इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग की अवेहलना करने वालों पर 100 रुपये, मास्क नहीं पहनने पर 200 रुपये, बिना मास्क सामान बेचने पर 500 रुपये सार्वजनिक स्थान पर मघपान करने पर 500 रुपये, गुटखा थूंकने पर 200 रुपये बिना अनुमति शादी करने पर 5 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा. पिछले डेढ़ माह से जारी कोराना संक्रमण के बीच गहलोत सरकार यह अध्यादेश लेकर आई है. विधानसभा के आगामी सत्र में इसे विधेयक के रूप में पारित कराया जाएगा.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रदेश में पूर्व में राजस्थान संक्रामक रोग अधिनियम-1957 लागू था. यह कानून काफी पुराना होने के कारण समय के साथ कई खामी भी सामने आ रही थी. कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होते ही इस कानून को लेकर सरकार ने मंथन शुरू कर दिया था. मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह एवं विधि विभाग के अधिकारियों ने अध्यादेश लाने की तैयारी शुरू की थी. अध्यादेश को शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपनी प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए मंजूरी दे दी.
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