जयपुर: राजस्थान के जोधपुर में पानी को लेकर हुए विवाद में कुछ बदमाशों ने आदिवासी व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. इस घटना की शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है, वहीं बाकी की खोज की जा रही है. यह वारदात सीएम अशोक गहलोत के गृह नगर के सूरसागर थाना क्षेत्र स्थित भोमिया जी की घाटी में हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जोधपुर के सूरसागर थाना क्षेत्र स्थित भोमिया जी की घाटी में पानी के विवाद में कुछ बदमाशों ने 46 वर्षीय किशनलाल भील को बेरहमी से पीट डाला. यही नहीं आरोपियों ने जख्मी किशनलाल को अस्पताल भी नहीं जाने दिया.
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किशनलाल के परिजनों ने पुलिस को सूचित किया. रात को पुलिस पहुंची, तब जाकर किशनलाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां सुबह उसकी मौत हो गई. इस घटना को लेकर थानाधिकारी डॉ. गौतम डोटासरा ने जानकारी दी है कि परिवार वालों की शिकायत मिलने के बाद रात को ही पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और बाकी की तलाश की जा रही है. किशनलाल की मौत के बाद भील समाज के लोग मोर्चरी के सामने इस बात की मांग को लेकर बैठ गए कि सभी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाए. फिलहाल, पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. पुलिस के अधिकारी भी मोर्चरी पर मौजूद हैं.
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वहीं, मृतक के भाई अशोक भील ने कहा है कि भोमिया जी की घाटी सूरज बेरा के नजदीक एक हैंडपंप है, उस पर मोटर लगी हुई है. इस मोटर पर शकील, नासिर और बबलू ने कब्जा किया हुआ है. अशोक ने बताया है कि ये लोग किसी भी अन्य समुदाय के शख्स को पानी नहीं भरने देते हैं. यदि कोई कोशिश करता है, तो उसके पाइप काट देते हैं. हम लोग काफी समय से रात को ही वहां चुपचाप पानी भर रहे हैं. अशोक ने बताया है कि रविवार की रात किशनलाल पाइप लेने पहुंचा, तो बदमाशों ने उसे जाति सूचक गलियां देकर भगा दिया. इसके बाद घर पर आकर हमला कर दिया और किशनलाल और उसके बेटे के साथ मारपीट की.
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अशोक ने बताया कि आरोपियों ने भाई को बेरहमी से पीटा. हम उसे अस्पताल ले जाने लगे, तो भी बदमाशों ने हमें जाने नहीं दिया. जब रात को पुलिस आई, तब भाई को अस्पताल लेकर गए, जहां उसने दम तोड़ दिया. अब मथुरादास माथुर हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर भील समाज के लोग इकठ्ठा हो गए हैं. किशनलाल के पोस्टमार्टम को लेकर लगातार तनाव बना हुआ है और पुलिस मौके पर तैनात है.
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