जयपुर: उदयपुर में हिन्दू दर्जी कन्हैया लाल साहू की 28 जून 2022 की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। अब यह बात सामने आई है कि कन्हैयालाल के अलावा उदयपुर के दो अन्य लोग भी जिहादियों के निशाने पर थे। इसका कारण भी नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करना बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग इस्लामी कट्टरपंथियों के निशाने पर थे, उनमें से एक टायर कारोबारी नितिन जैन हैं। जिसके बाद 35 वर्षीय जैन के उदयपुर छोड़कर पलायन करने की जानकारी सामने आई है।
यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है, जब कन्हैया लाल का गला काटे जाने के बाद उदयपुर में तनाव का माहौल है। 1 महीने के लिए धारा 144 लागू है। बता दें कि कन्हैया लाल की हत्या करने वाले रियाज ने भी वीडियो में दूसरे मुस्लिमों को भी कुछ अन्य लोगों की हत्या के लिए उकसाया था। इसमें किसी सेक्टर-11 के एक शख्स का भी जिक्र किया गया था। बताया जा रहा है की जिसका जिक्र किया गया था, वो व्यक्ति नितिन जैन ही हैं। नितिन के पिता ने मीडिया को बताया है कि नूपुर शर्मा के समर्थन में 7 जून को शेयर की गई पोस्ट के कारण नितिन पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इस मामले में नितिन को गिरफ्तार भी किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, 9 जून 2022 को 3 लोग नितिन के टायर की दुकान पर पहुँचे थे। लेकिन नितिन वहां नहीं थे, तो उन्होंने नौकर से नितिन के बारे में पूछा। उसने बताया कि साहब नहीं आए हैं तो तीनों वापस चले गए। इसके बाद 16 जून को एक बार फिर 4 लोग नितिन की गोवर्धन विलास स्थित दुकान पर पहुंचे। उस दिन भी नौकर ने बताया कि नितिन नहीं हैं, तो वे लोग लौट गए। बाद में पता चला कि नितिन को नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के कारण ही खोजा जा रहा है। इसके बाद नितिन ने दुकान जाना बंद कर दिया।
फिलहाल नितिन का परिवार कन्हैयालाल की हत्या के बाद से दशहत में जी रहा है। नितिन के पिता का कहना है कि वे मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। इसके चलते उस वक़्त पुलिस में शिकायत नहीं की। अब उन्होंने पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार को इसकी सूचना दी है। बताया जा रहा है कि इस सूचना पर SP ने स्थानीय SHO को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। नितिन के पिता का कहना है कि उसके बेटे की पूछताछ करने आए 7 लोगों में कन्हैया लाल के हत्यारे शामिल नहीं हैं।
लेकिन, जिस प्रकार नितिन की रेकी की बात कही जा रही है, उसी प्रकार कन्हैया लाल की रेकी भी गई थी। कन्हैया ने भी पुलिस से इसकी शिकायत की थी, मगर राजस्थान पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। इनके अलावा एक अन्य व्यक्ति को भी नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के इल्जाम में उदयपुर की धनमंडी थाना पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उसे भी कट्टरपंथियों द्वारा धमकियाँ दी जा रही हैं और उसकी भी रेकी की गई है।
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