जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में दो वर्ष बाद डीएलसी की नई दरें सोमवार से लागू हो चुकी है. अब आम नागरिक को जमीन की रजिस्ट्री करवाना पहले के मुकाबले महंगा पड़ेगा. रेट बढ़ने की सूचना मिलने के बाद काफी लोगों ने पहले ही यह काम निपटाने का प्रयास किया. बता दें, पिछले एक हफ्ते से जयपुर के सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में काफी भीड़ जमी रही. पिछले एक हफ्ते से औसतन प्रत्येक 10 मिनट में एक रजिस्ट्री की जा रही थी.
गौरतलब है कि चुनावों से ऐन पहले भाजपा सरकार ने डीएलसी की रेट 10 फीसद घटा दी थी. किन्तु चुनावों के बाद कांग्रेस सरकार ने डीएलसी की दरों को वापस बढ़ा दिया. एक हफ्ते पूर्व हुई जिला भूमि दर निर्धारण समिति की बैठक में जमीन की कीमत औसतन 15 फीसद तक बढ़ाने की पर सहमति बनी थी. जिसके बाद आवासीय क्षेत्र की कीमत 15 फीसद तक बढ़ाए गए हैं. जिस वजह से शहर की प्राइम लोकेशन में दुकान बनाना और मकान बनाना पहले के मुकाबले महंगा हो जाएगा.
नए नियमों के अनुसार, डीएलसी की दरों को वर्ष में एक बार बढ़ाया जा सकता है. सरकार को ये अधिकार है कि वो 49 प्रतिशत तक दरें बढ़ा सकती है. वैसे वसुंधरा सरकार ने डीएलसी रेट को कम कर दिया था जिससे रजिस्ट्री कराना सस्ता हो गया था. किन्तु अब कांग्रेस के शासनकाल में रेट को फिर से बढ़ाया जा रहा है. जिससे आम लोगों में काफी गुस्सा है.
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