जयपुर: राजस्थान में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भले ही हार चुकी हो, किन्तु पंचायतीराज के उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस को पीछे रखने में सफल हुई है. पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्य की 10 सीटों पर शुक्रवार 28 दिसंबर को हुए चुनाव में भाजपा को 6 और कांग्रेस को 4 सीटों पर जीत मिली है.
बैंक ऑफ़ इंडिया में इतने करोड़ का निवेश करेगी सरकार
9 पंचायत समिति सदस्य के लिए हुए चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस 4 सीटों पर ही सिमट कर रह गई है. अगर मतदान प्रतिशत की बात की जाए तो भीलवाडा में 42 प्रतिशत, चुरू में 59 प्रतिशत और दौसा में 48 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. जबकि कोटा में मात्र 24 प्रतिशत, नागौर में 47 प्रतिशत और पाली जिले में 46 प्रतिशत मतदान हुआ था. भाजपा की उपचुनाव में जीत जरूर हुई है, लेकिन विधानसभा चुनाव में हार का गम भाजपा के लिए इस जीत से ज्यादा लग रहा है.
दो दिन तक दिल्ली के रामलीला मैदान में चलेगा पीएमओ. ये है इसकी वजह
त्रि-स्तरीय पंचायत प्रणाली वाले राज्य राजस्थान में 33 जिलों में 295 पंचायत समितियां, 9892 ग्राम पंचायत आती हैं. वहीं आंकड़ो की माने तो राजस्थान की ग्रामीण जनसंख्या 5.15 करोड़ है. इनमें से रिक्त सीटों के लिए शुक्रवार को उप-चुनाव का आयोजन हुआ था.
खबरें और भी:-
बाजार में बढ़ी मांग से सोने की कीमतों में फिर उछाल