जयपुर: राजस्थान पुलिस पर जयपुर में पुलवामा आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त होने वाले CRPF जवानों के परिजनों को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले जवानों के परिजनों ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का इल्जाम लगाते हुए इच्छामृत्यु की माँग की है। शहीदों के परिजनों द्वारा लगाए गए इन आरोपों के समर्थन में कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिनमें राजस्थान पुलिस के जवान महिलाओं से बदसलूकी करते दिखाई दे रहे हैं। पीड़ित परिजन शहीद स्मारक पर अपनी माँगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। भाजपा ने इस मामले में गहलोत सरकार पर निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री से मिलने जा रही , पुलवामा के अमर शहीद रोहिताश लांबा जी की पत्नी को कांग्रेस की राजस्थान सरकार की पुलिस ने लाठियाँ से पीटा
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) March 4, 2023
बिलखती इस वीरांगना के आँसू आपको सोने देंगे @ashokgehlot51 जी ? pic.twitter.com/YBxj4kfT5m
रिपोर्ट्स के अनुसार, फरवरी 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए CRPF जवानों के परिजन जयपुर स्थित शहीद स्मारक के एक हिस्से में अपनी माँगों को लेकर धरना दे रहे हैं। इस प्रदर्शन में शहीद जवानों की माताएँ और पत्नियाँ भी शामिल हैं। बलिदानी हेमराज मीणा की वीरांगना पत्नी मधुबाला मीणा ने जानकारी दी है कि बहुत पहले ही उनके गाँव का नाम उनके पति के नाम पर रखने और सांगोद के स्कूल में स्मारक बनाने का वादा हुआ था, जो अब तक अधूरा है। मधुबाला का इल्जाम है कि ये कोई काफी बड़ी माँग नहीं है, मगर राजस्थान सरकार के मंत्री इसे टाल रहे हैं।
आज तीनों वीरांगनाओं के साथ राज्यपाल महोदय @kalrajmishra जी को ज्ञापन देने राजभवन गया था। ज्ञापन सौंपने के बाद वीरांगनाएं मुख्यमंत्री जी से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास की ओर पहुँची तो पुलिस ने उनके साथ अभद्रता व मारपीट की। इसमें वीरांगना मंजू जाट घायल हो गईं।@BJP4India pic.twitter.com/VR66tl2a4x
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) March 4, 2023
एक अन्य बलिदानी रोहिताश लाम्बा की पत्नी मंजू ने मीडिया को बताया है कि उनके पति के अंतिम संस्कार के वक़्त तमाम नेता और मंत्री ने आकर बड़े-बड़े वादे किए थे। तब मंजू के देवर जितेंद्र को सरकारी नौकरी के साथ रोहिताश का एक स्मारक भी बनवाने का वादा राज्य सरकार द्वारा किया गया था। वारांगना मंजू का इल्जाम है कि वो तमाम सरकारी वादे अधूरे पड़े हैं। बताया गया कि अब रोहिताश के घर किसी मंत्री या नेता का आना-जाना तो दूर, कोई अधिकारी सही से बात भी नहीं करता। रोते हुए मंजू लम्बा ने बताया कि जब उन्होंने अपनी माँगों के लिए आवाज उठाई, तब उन्हें राजस्थान पुलिस से प्रताड़ित करवाया गया। इस दौरान मंजू लाम्बा ने कहा कि, 'हमने सोचा था कि हम अपने बच्चों को भी देश के लिए लड़ने के लिए भेजेंगे, पर यह सब देख कर हमने अपने हाथ वापस खींच लिए हैं।'
राजस्थान भाजपा ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों की वीरांगनाओं के साथ पुलिस और गहलोत सरकार के रवैये की तीखी आलोचना की है। भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने मंजू लाम्बा का वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि, 'सीएम से मिलने जा रही पुलवामा के अमर शहीद रोहिताश लांबा जी की पत्नी को कांग्रेस की राजस्थान सरकार की पुलिस ने लाठियाँ से पीटा। इस बिलखती वीरांगना के आँसू आपको सोने देंगे अशोक गहलोत जी?'
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