जयपुर: आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा द्वारा राजस्थान के बीकानेर और नोखा में की जा रही छापामारी की कार्रवाई में 24 घंटे बाद लगभग 50 करोड़ रुपए की अघोषित आमदनी का खुलासा हुआ है। छापामारी के दूसरे दिन यानी शुक्रवार (4 नवंबर) को संबंधित कारोबारियों के विभिन्न बैंकों के लॉकर खुलवाए गए, जिसमें लगभग 50 करोड़ रुपए की बेनामी आय का खुलासा हुआ है।
अघोषित आय के साथ ही लॉकर में संपत्ति, मनी लॉन्ड्रिंग और बेनामी हिसाब से संबंधित बही-खाते भी मिले हैं। आयकर अधिकारियों द्वारा अघोषित आय और प्राॅपर्टी संबंधी डाक्यूमेंट्स के संबंध में संबंधित कारोबारियों से पूछे गए सवालों के वे जवाब नहीं दे पाए। आयकर अधिकारी अब बैंक लॉकर में मिले दस्तावेज और अघोषित आमदनी को लेकर आगे की जांच में जुटे हैं। अन्वेषण शाखा के लगभग 250 अधिकारियों की टीम ने शुक्रवार को बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के प्रमुख जुगल राठी, उनके रिश्तेदार पिंटू राठी, गारमेंट्स और प्राॅपर्टी कारोबारी शहर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष धनपत चायल व उसके तीन भाइयों समेत नोखा के ग्वार-गम और दाल कारोबारी श्रीनिवास झंवर, हनुमान झंवर व बृजरतन तापड़िया के यहां गुरुवार काे छापामारी की कार्रवाई शुरू की थी।
बता दें कि, आयकर विभाग की छापामारी में बीकानेर और नोखा में लगभग 100 करोड़ रुपए की अघोषित आमदनी का खुलासा होने की आशंका जताई जा रही है। शुक्रवार देर रात तक अधिकारियों की टीम से जुड़े कारोबारियों के 40 से ज्यादा ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई कर रही थी। आयकर विभाग के डायरेक्टर सुधांशु झा, एडिशनल डायरेक्टर करणीदान और सहायक आयकर निदेशक अरविंद मीणा देर रात तक संबंधित कारोबारियों के ठिकानों पर मिलने वाली इनपुट के संबंध में फीडबैक ले रहे थे।
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