आपकी जानकारी के लिए बता दें की भारतीय जनता पार्टी (BJP) से दोस्ती टूटने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश राजभर गुरुवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव से उनके आवास पर मिले और चुनावी गठजोड़ की संभावना तलाशी जा रही है । करीब एक घंटे की मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच भाजपा विरोधी दलों में एकजुटता पर सहमति बनी परंतु अंतिम निर्णय नहीं हो सकता है |
बैठक के बाद ओमप्रकाश राजभर ने बताया कि वर्ष 2022 में भाजपा को हराने के लिए उपेक्षित और वंचित वर्ग को एक साथ आना चाहिए। इसी दिशा में शिवपाल यादव से बातचीत सकारात्मक रही है। वहीं उन्होंने कहा कि जो दल अलग-अलग लड़ रहे हैं, उनको एक साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है। आपको बता दें की इस दिशा में भागीदारी संकल्प मोर्चा भी गठित हो चुका है|
वहीं जिसमें बाबूसिंह कुशवाहा, रामकरण कश्यप, रामधनी सिंह, प्रेम चंद प्रजापति व कृष्णा पटेल शामिल है। वहीं इसको विस्तार देने की कोशिशें जारी है। भाजपा का अराजक शासन खत्म करने को रणनीतिक तैयारी होनी चाहिए। इसके अलावा राजभर का कहना था कि जब 38 पार्टियां मिलकर केंद्र सरकार चला सकती है तो प्रदेश में चुनाव क्यों नहीं लड़ा जा सकता।
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