जयपुर: राजस्थान के जालोर जिले के सायला थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले सुराणा गांव में स्कूल टीचर की कथित पिटाई से 9 वर्षीय दलित छात्र की मौत का मामला सियासी रंग लेता जा रहा है। जहां एक ओर मृतक छात्र की मौत के बाद सुराणा गांव में नेताओं का ताँता लगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर बयानबाजी का सिलसिला भी जारी है। अब राजस्थान की कांग्रेस सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री और बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा ने सरकार को इस मामले पर समर्थन वापस लेने की धमकी दी है। गुढ़ा ने नागौर के डांगावास कांड की याद दिलाते हुए कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर हमला बोला है।
गुढ़ा ने कहा है कि जालोर के दलित छात्र हत्या मामले में दोषियों को अरेस्ट किया गया, जिसके लिए सरकार का धन्यवाद है, मगर इंद्र को न्याय अवश्य मिलना चाहिए और इंद्र मेघवाल के परिवार की सहायता होनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि यदि अपराध सिद्ध होता है, तो अपराधी को सरेआम फांसी होनी चाहिए, मगर कोई बेकसूर नहीं फंसना चाहिए। इसके साथ ही गुढ़ा ने जालोर मामले में इंसाफ नहीं मिलने पर बसपा मूल के सभी 6 विधायकों का सरकार से समर्थन वापस लेने तक की धमकी दे डाली है।
बता दें कि सुराणा टीचर की कथित पिटाई से जालोर के छात्र इंद्र मेघवाल की मौत मामले में सियासत चरम पर है और सरकार के मंत्री और MLA भी आक्रामक हो गए हैं। गुढ़ा ने कहा कि, यदि जालोर के पीड़ित को इंसाफ नहीं मिला तो हम बसपा से आए 6 MLA इस्तीफा दे देंगे और सरकार से हमारा समर्थन वापस ले लेंगे। मंत्री ने आगे कहा कि एक जाति () को लगातार निशाना बनाया जा रहा है, मगर इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि घटना के लिए पूरे राजपूत समाज को गाली देना और खलनायक बनाना गलत है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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