जयपुर। राजस्थान के ढाणी समेत अन्य कई छेत्रों में पिछले कई दिनों से चल रही रोडवेज बसों की हड़ताल को आज सातवा दिन हो गया है लेकिन फिर भी अभी तक इन बस चालकों की समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
19 दिन बाद आज ख़त्म हुआ हार्दिक पटेल का 'फ़ास्ट टू डेथ'
दरअसल पुरे देश की तरह राजिस्थान के वाहन चालक भी लम्बे समय से पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर काफी परेशान थे। और इसके बाद राजिस्थान सरकार ने राजिस्थान की बस सर्विसेस को 40 तरह की विभिन्न योजनाओं से जुड़ने पर बाध्य कर दिया। इन योजनाओं के जरिये राजिस्थान सरकार राज्य के बुजुर्गों और महिलाओं को लाभान्वित करने की योजना बना रही है। लेकिन इन योजनाओं की वजह से इन बस चालकों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पढ़ रहा है और वे अपनी रोजी-रोटी के लिए खर्चा भी नहीं निकल पा रहे है।
सभी विश्वविद्यालय 29 सितंबर को ‘सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ के तौर पर मनाएं : UGC
इन्ही सब वजहों से परेशान होकर राजस्थान रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल कर के सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया था और उनके इस प्रदर्शन को आज छह दिन पुरे हो गए है। इसके साथ ही इन कर्मचारियों का कहना है कि जब तक इनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक इनकी हड़ताल चलती ही रहेगी। यात्री वाहनों की इस हड़ताल से अधिकतर यात्रियों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पढ़ रहा है।
ख़बरें और भी
विदेश मंत्रियों के बीच बैठक रद्द, अब फाइनल सर्जिकल स्ट्राइक करेगा भारत !
सर्जिकल स्ट्राइक डे मनाने पर कांग्रेस ने दर्ज कराया विरोध
29 सितम्बर को 'सर्जिकल स्ट्राइक दिवस’ मनाएं विश्विद्यालय- यूजीसी