रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सेना के कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर चुके है। राजनाथ सिंह ने बोला कि भारत सरकार निरंतर सेना को मजबूत करने में लगी हुई है। राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में चीन को भी मेसेज दिया है। रक्षा मंत्री बोले कि लद्दाख सीमा पर जारी वार्तालाप के दौरान हमें उनपर निगाह रखनी होगी। बातचीत होनी चाहिए तो ऐसे माहौल में होनी चाहिए जहां दोनों ओर भरोसा हो। राजनाथ सिंह ने इस दौरान सीमा पर भारतीय सेना द्वारा दिए गए उत्तर की भी तारीफ कर रहे है।
रक्षा मंत्री बोले कि "रक्षा मंत्रालय द्वारा सेना में बदलाव, जरूरी मदद पहुंचाई जाएगी। हम सेना और सैनिकों को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भारतीय सेना लगातार कई मुश्किलों का सामना कर रही है और देश की संप्रभुता को बचाने में जुटी हुई है।" वहीं अपनी बात को जारी रखते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद का मसला हो या फिर घुसपैठ का खतरा सेना ने हर मोर्चे पर डटकर कार्य किया और दुश्मन को नाकाम किया जा चुका है। मौजूदा स्थिति को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने अपनी तैयारी पूरी रखी और बेहतरीन तरीकों से हालात को संभाल लिया है।
जंहा इस बात का पता चला है कि दिल्ली में सेना प्रमुख की अगुवाई में 4 दिनों तक चलने वाले इस सम्मलेन में कॉलेजिएट-प्रणाली के जरिए सेना के सभी अहम् मुद्दों पर पॉलिसी तैयार करने पर मंथन शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री से पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने कॉन्फ्रेंस को संबोधन किया था। चीन के साथ पिछले काफी वक्त से चल रहे तनाव, LOC पर पाक की ओर से की जा रही घुसपैठ की कोशिशों के बीच हो रही इस कॉन्फ्रेंस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
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