राजनाथ सिंह ने आईटीबीपी के 56वें स्थापना दिवस समारोह में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आईटीबीपी का चीनी सेना के साथ फेस ऑफ होता रहता है. ऐसे में अब आईटीबीपी के जवानों को बेसिक ट्रेनिंग में मंदारीन भाषा सिखाना भी शामिल किया गया है.
सिक्किम के नजदीक डोकलाम में चीनी सेना और भारतीय सेना की बीच तनातनी वाले के बाद से आईटीबीपी के जवानों को मंदारीन यानी चीनी भाषा सिखाई जा रही है. आईटीबीपी इसके लिए मसूरी के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में एक डिपार्टमेंट खोल रहा है, जिसमें चीनी भाषा जानने वाले आईटीबीपी के अधिकारियों और जवानों की तैनाती शुरू की जा चुकी है.
पहले फेज में 12 लोगों की तैनाती की जाएगी जो चीनी भाषा मंदारीन को पहले से ही सीख चुके हैं. जानकारी के मुताबिक़ वर्तमान समय में 200 से 250 अधिकारी और जवान जेएनयू से चीनी भाषा सीख चुके हैं. इन सीखे हुए अधिकारी और जवानों को आईटीबीपी ने सीमा पर अलग-अलग जगहों पर तैनात किया हुआ है. मंदारिन सीखने से चीनी सेना के साथ फेस ऑफ में उन्हें सहायता मिलेगी.
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