कोच्ची: केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर देश दो भागों में बंट गया है, एक दल है एक्टिविस्ट्स विचारधारा वाले लोगों का, जो हर उम्र की महिलाओं को सबरीमाला में प्रवेश दिलवाने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है और वहीं दूसरा ओर अय्यपा स्वामी और सबरीमाला मंदिर के प्रति श्रद्धा रखने वाले लोग किसी भी कीमत पर मंदिर की परम्पराओं के साथ खिलवाड़ करने देने के पक्ष में नहीं है.
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इसी मुद्दे पर अब दक्षिण भारत में भगवान की तरह माने जाने वाले मशहूर फिल्म अभिनेता रजनीकांत ने भी अपनी राय रखी है. रजनीकांत ने कहा है कि जब आप किसी मंदिर के बारे में बात करते हैं, तो हर मंदिर में लंबे समय तक परंपराओं के अलावा, सम्मानित अनुष्ठान होते हैं, मेरी विनम्र राय यह है कि इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए. इससे पहले एक मलयालम अभिनेता कोल्लम थुलासी ने सबरीमाला मामले में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर कोई महिला मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करेगी तो उसके दो टुकड़े कर दिए जाएंगे, जिसका एक टुकड़ा मुख्यमंत्री कार्यालय और दूसरा टुकड़ा नई दिल्ली भेजा जाएगा.
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आपको बता दें कि केरल की वामपंथी सरकार भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने को तैयार है. लेकिन केरल की भाजपा और शिवसेना इकाई ने इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है. शिवसेना ने तो यहाँ तक कह दिया था कि अगर कोई युवा महिला सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करती है तो शिवसेना के कार्यकर्ता सामूहिक ख़ुदकुशी कर लेंगे.
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