इंदौर/ब्यूरो। शहर की ऐतिहासिक विरासत राजबाड़ा करीब चार साल बाद लोहे के जाल से मुक्त होने जा रही है। निगम प्रशासन ने लोहे के स्ट्रक्चर हटाना शुरू कर दिया। इसे पूरी तरह हटाने में 15 से 20 दिन लगेंगे। अधिकारियों के मुताबिक बाहर का सारा काम हो चुका है। सिर्फ बिल्डिंग के अंदर कुछ काम बचा है। बाएं ओर बने गुंबद का काम बचा है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 15 करोड़ की लागत से इसका जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसके तहत बिल्डिंग की सभी मंजिलों पर अंदर व बाहर का काम इस तरह से करवाया जा रहा कि यह अपने पुराने स्वरूप में नजर आए।
इसीलिए इसे 30 से 40 टन लोहे के स्ट्रक्चर से कवर किया गया था। यह काम अब अंतिम चरण में है। गौरतलब है कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव के तीन महीने के वर्क प्लान में इसका जीर्णोद्धार पूरा कराना भी शामिल है।
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