नईदिल्ली। मध्यप्रदेश समेत विभिन्न क्षेत्रों में कथित तौर पर इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी को लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में विपक्ष ने सरकार को घेर लिया। ऐसे में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्रवाई 11.30 बजे तक स्थगित कर दी गई लेकिन जब सदन प्रारंभ हुआ तो फिर ईवीएम को लेकर चर्चा होने लगी और विपक्ष हंगामा करने लगा। विपक्ष ने सरकार के पक्ष पर ईवीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ को लेकर आरोप लगाया।
इस मामले में केंद्रीय मंत्री मु ख्तार अब्बास नकवी द्वारा कहा गया कि बिहार व दिल्ली में जब गैर भाजपा सरकार बनी तब तो किसी ने कुछ नहीं कहा तब तक तो ईवीएम अच्छे ही थे मगर अब जब भाजपा की जीत हुई है तो ईवीएम में गड़बड़ी निकाली गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ भी हो विपक्ष को हार मान लेना चाहिए। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विपक्ष इस मामले में बिना कारण हंगामा कर रहा है।
गौरतलब है कि ईवीएम मामले में उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा था कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी। जो वोट दूसरे दल को दिए गए थे वे भी ईवीएम भाजपा के ही बता देती थी। अर्थात् बटन कोई भी दबाया हो वोट भाजपा को ही जाता था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ईवीएम मामले में आरोप लगाते हुए कहा था कि पंजाब चुनाव के दौरान इसमें गड़बड़ी हुई थी और अब एमसीडी इलेक्शन में इसका उपयोग नहीं होना चाहिए। हालांकि चुनाव आयोग इस मामले में ईवीएम की प्रक्रिया को सही और पारदर्शी बता चुका है।
हालांकि सीएम केजरीवाल ने कहा था कि यदि 72 घंटे के लिए उन्हें ईवीएम दे दी जाए तो वे बता देंगे कि ईवीएम में गड़बड़ी है। सीएम केजरीवाल की इस बात को चुनाव आयोग ने चुनौती के तौर पर लेते हुए मान लिया और कहा है कि सीएम केजरीवाल चुनाव आयोग को 72 घंटे में बता दें कि आखिर ईवीएम में किस तरह से बदलाव होता है या किस तरह से गड़बड़ी है।
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