नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 3 कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन से सुर्ख़ियों में आए भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत इस समय में पहलवानों के प्रदर्शन के चलते फिर से सुर्ख़ियों में हैं. टिकैत ने पहलवानों और उनकी मांगों को समर्थन दिया है और पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश में खाप पंचायतों को इकठ्ठा कर लिया है. लेकिन, बहुत कम लोग जानते हैं कि, मौजूदा खाप नेता राकेश टिकैत राजनीति में भी किस्मत आज़मा चुके हैं और दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं. यही नहीं, किसान नेता, BKU प्रवक्ता, खाप नेता होने के साथ-साथ राकेश टिकैट दिग्गज बिजनेसमैन भी है. टिकैत की संपत्ति भारत के 4 राज्यों के एक दर्जन से अधिक शहरों में फैली हुई है. एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2014 से राकेश की नेटवर्थ में 10 गुना से अधिक का जबरदस्त इजाफा हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राकेश टिकैत की सम्पत्तियाँ उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित हैं. जहाँ उनके कई तरह के कारोबार चलते हैं. राकेश टिकैत का पेट्रोल पंप भी है, जहां से उनकी मोटी कमाई होती है. वहीं पश्चिमी यूपी में राकेश टिकैत के ईंट भट्ठे भी चलते हैं. यह भी उनका बड़ा कारोबार है. इसके अतिरिक्त किसान नेता टिकैत, शोरूम आदि जैसे कई बिजनेस के भी मालिक हैं. वहीं पश्चिमी यूपी में उनकी खेती की भी काफी जमीन है.
बता दें कि, कृषि कानूनों में किसानों के नेता और अब खाप नेता रूप में पहलवानों के साथ खड़े राकेश टिकैत कभी दिल्ली पुलिस में एक कांस्टेबल हुआ करते थे, 6-7 साल एयरपोर्ट पर नौकरी करने के बाद उन्होंने 1992 में अचानक दिल्ली पुलिस की नौकरी छोड़ दी. बताया जाता है कि, टिकैत की कुल पत्ति 80 करोड़ रुपये से अधिक है और इसमें निरंतर इजाफा भी हो रहा है.
राकेश टिकैत का सियासी करियर भी रहा है. उन्होंने 2007 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में यूपी विधानसभा चुनाव में और दूसरी बार राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के टिकट पर 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन, दोनों में उन्हें करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. 2014 के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, राकेश टिकैत ने अपनी संपत्ति 4.25 करोड़ रुपये से अधिक दिखाई थी. मौजूदा रिपोर्ट्स का कहना है कि, अभी टिकैत की संपत्ति लगभग 80 करोड़ की है, इसका यही मतलब निकलता है कि, उनकी नेटवर्थ में 2014 के बाद से 10 गुना का इजाफा देखने को मिल चुका है.
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