नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 68वां दिन है। गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद कमजोर पड़ता नजर आ रहे किसान आंदोलन में अब नया मोड़ आ गया है। गाजीपुर बॉडर्र पर एक बार फिर आंदोलनकारियों की भीड़ जमा हो गई है। इस बीच राकेश टिकैत ने भारत सरकार के बजट को लेकर बयान दिया है।
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को बजट में कृषि पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था। सरकार को कृषि उपकरण पर टैक्स हटाना चाहिए था, इसके साथ ही कृषि उपकरणों पर किसानों को सब्सिडी प्रदान करनी चाहिए थी। वहीं, किसान आंदोलन को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार किसानों से हमेशा चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री, कृषि कानूनों के तमाम विषयों पर बात करने के लिए तैयार है। हमारा मानना है कि बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।
वहीं, आम बजट को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि यह बजट विकास के लिए नहीं है, बल्कि बिक्री के लिए है। इससे पहले उन्होंने रेलवे, एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम और अन्य कई संस्थानों को बेचा है। यह बजट यही बता रहा है कि भविष्य में और किन चीजों की बिक्री की जाएगी, जैसे- पाइपलाइन, स्टेडियम, रोडवेज और वेयरहाउस।
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