नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार को केंद्र सरकार से कहा है कि कई महीनों से चल रहे किसान आंदोलन को या तो वार्ता से खत्म किया जाए या फिर गोलियों से। टिकैत ने कहा कि किसान वार्ता करने के लिए तैयार हैं, मगर बिना किसी शर्त के। टिकैत ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही। टिकैत ने कहा कि सरकार चाहती है कि किसान उससे सशर्त बातचीत करे, किन्तु ऐसा नहीं होगा क्योंकि किसान पिछले 8 महीनों से सरकार की बात मानने के लिए आंदोलन में नहीं बैठे हैं।
टिकैत ने आगे कहा कि, 'सरकार बातचीत के लिए शर्त रख रही है। वो कह रहे हैं कि कानूनों में बदलाव के लिए चर्चा की जा सकती है। किसान यहाँ 8 महीनों से सरकार के आदेश मानने के लिए नहीं बैठे हैं। यदि सरकार बातचीत करना चाहती है, तो बिना किसी शर्त के करे।' इसके साथ ही कहा कि सरकार चाहे तो बातचीत से किसानों के आंदोलन को समाप्त करे या गोलियों से, किन्तु कृषि कानूनों के ख़त्म होने तक आंदोलन खत्म नहीं होगा। टिकैत ने यह बात केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अपील के बाद कही है।
तोमर ने आंदोलन कर रहे किसानों से कहा था कि सरकार वार्ता के लिए तैयार है, ऐसे में किसान अपना आंदोलन खत्म करें और बातचीत के लिए आगे आएँ। तोमर ने किसानों को यह भी भरोसा दिलाया था कि कृषि उपज मंडी समितियाँ (APMC) बनी रहेंगी तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कृषि उपज की खरीद भी जारी रहेगी। इसके साथ ही इन्हें और भी सशक्त भी किया जाएगा। तोमर ने कहा था कि किसानों से कई दफा यह कहा गया है कि सरकार कृषि कानूनों को खत्म करने की जगह उनके प्रावधानों पर चर्चा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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