नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड के दौरान भड़की हिंसा के बाद किसान नेता दिल्ली पुलिस के राडार पर हैं. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत का बयान आया है. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसी गलतफहमी में ना रहे, यहां जो किसान आएं हैं, किसी ने उनके ट्रैक्टर को ईंधन नहीं दिया, वो अपना तेल लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के साथ आए हैं.
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रमुख वीएम सिंह पर पलटवार करते हुए टिकैत ने कहा कि वो बीते 2 महीने से हलवा-पूरी खा रहे हैं, भाषण भी दे रहे हैं. अब जब उनको एक दिन करेला खाना पड़ा तो वो घर निकल गए. ऐसे लोगों को प्रदर्शन में नहीं आना चाहिए. टिकैत ने कहा कि वीएम सिंह को अपनी संपत्ति जब्त होने का डर है. या तो वो आंदोलन कर लें या अपनी संपत्ति बचा लें. एक चीज आपको करनी चाहिए दोनों चीजें नहीं. टिकैत ने कहा कहा कि हम आंदोलन पर बैठे हैं, हमें जेल जाने का भय नहीं है. भाकियू भानु तो वापस जाएंगे जब पुलिस अपने पर आती है तो अच्छे-अच्छे वापस लौट जाते हैं. 30 जनवरी को हम उपवास रखेंगे और आंदोलन जारी रहेगा.
बता दें कि 26 जनवरी को भड़की हिंसा के बाद किसान नेताओं में दरार दिखने लगी है. दो संगठनों ने दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसानों के आंदोलन से अलग होने का निर्णय लिया है. राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने ऐलान किया है कि वो आंदोलन से अलग हो रहे हैं.
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