नई दिल्ली: ICC चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पाकिस्तान में होना है, लेकिन BCCI ने घोषणा की है कि भारतीय क्रिकेट टीम वहां टूर्नामेंट में भाग नहीं लेगी। इसके बजाय, श्रीलंका या यूएई वैकल्पिक स्थल के रूप में काम कर सकते हैं। दरअसल, पाकिस्तान में आतंकवाद को लेकर चिंताएँ पैदा हुई हैं, इस्लामाबाद और कराची में आतंकवादी बुरहान वानी के समर्थन में रैलियां निकली हैं, जिसमे बच्चे महिलाएं भी शामिल हैं। जिससे पड़ोसी मुल्क और वहां के लोगों के आतंकवाद के प्रति समर्थन को साफ़ देखा जा सकता है। जिससे एक सवाल पैदा होता है कि, क्या ये आम लोग भी वैचारिक तौर पर वही मानसिकता रखते हैं, जो आतंकियों की होती है ? भले ही उनके हाथ में अभी बन्दूक नहीं है। बता दें कि, भारत में भी प्रतिबंध के बावजूद आतंकी वानी के जनाजे में हज़ारों लोग शामिल हुए थे।
AJK is roaring to celebrate Burhan Wani, an inspirational freedom fighter who chooses martyrdom over the life of a slave under Illegal Indian Occupation/ colonialism. @ciss_ajk @Mushahid @AmbDrRaza @UNHumanRights @Refugees @ForeignOfficePk @OfficialDGISPR @isc_issi @academiamag pic.twitter.com/dfgZQRXNws
— Dr. Asma Shakir Khawaja (@AsmaKhawaja5) July 8, 2024
बता दें कि, हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े बुरहान वानी को जुलाई 2016 में भारतीय सेना ने मार गिराया था। उसकी बरसी पाकिस्तान में रैलियों के साथ मनाई जा रही है, जबकि हिजबुल मुजाहिदीन भारत, यूरोप, कनाडा और अमेरिका सहित कई देशों में प्रतिबंधित आतंकी संगठन है। इस साल 8 जुलाई को आतंकवादियों ने बदनौता गाँव में पाँच भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी, जो वानी की पुण्यतिथि के साथ मेल खाता है। एक सोशल मीडिया अभियान भी आतंकी वानी का जश्न मना रहा है, जिसमें 'X' पर 843 पोस्ट हैं जो उसे 'शहीद' कहते हैं।
Mano ya no Mano ........ @JayShah V @MohsinnaqviC42 @BCCI V @TheRealPCB pic.twitter.com/5IO7V8JNh0
— Shoaib Jatt (@Shoaib_Jatt) July 13, 2024
कराची, इस्लामाबाद, मुजफ्फराबाद और नीलम घाटी में बुरहान वानी के समर्थन में रैलियां देखी गई हैं, ये सभी ICC चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन स्थलों के करीब हैं, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं। कराची में राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास और इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के बाहर, रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम के पास प्रदर्शनकारियों को भारत विरोधी नारे लगाते देखा गया। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भारत से खेलों से राजनीति को दूर रखने का आग्रह किया है, हालांकि वे पीओके पर पाकिस्तान के दावों के लिए जाने-माने समर्थक हैं।
पाकिस्तानी खेल पत्रकार शोएब जट्ट ने स्थानीय नेताओं की आलोचना की है और भारत से महज बयानबाजी के बजाय बातचीत करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान 8 जुलाई को 'प्रतिरोध दिवस' मनाता है, जिसमें मुजफ्फराबाद में विरोध प्रदर्शन और इस्लामाबाद में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस द्वारा रैलियां आयोजित की जाती हैं। कराची की कला परिषद से लेकर प्रेस क्लब तक इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हुए हैं। हाल ही में, कश्मीर के रियासी में आतंकवादियों ने एक बस पर हमला किया, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
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