इस्लामाबाद: पाकिस्तान के कराची में हजारों लोग शिया-विरोधी प्रदर्शन के लिए सड़कों पर एकत्रित हो गए. कराची में शिया समुदाय से ताल्लुक रखने वालों को धर्म के प्रति विश्वास प्रकट न करने वाला करार दिया जा रहा है. लोगों द्वारा 'शिया काफिर हैं' के नारे लगाए जा रहे हैं. ऐसे नारों के बाद देश में मौजूद आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के पाकिस्तान के इरादों पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.
आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (SSP) के नेतृत्व में निकाली गई रैली में हजारों लोग शामिल हुए. यह रैली मुख्य एम. ए. जिन्ना मार्ग पर दिन के उजाले में निकाली गई. SSP पाकिस्तान में शिया अल्पसंख्यकों के कत्लेआम में शामिल रहा है. रैली के दौरान 'शिया काफिर हैं' के नारे लगाए जा रहे थे, इसके साथ ही रैली में मौजूद लोग आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान के बैनर लहरा रहे थे.
इसके साथ ही देश में दंगे भड़कने की आशंका पैदा होने लगी है. पाकिस्तान के आर्थिक केंद्र कराची में एक आतंकी संगठन के बैनर तले एक वर्ग विशेष के खिलाफ हुई इस विशाल रैली को देख आम जनता को भी चौंका दिया है. इतना ही नहीं रैली में शिया विरोधी नारे लगाने वाले लोग, प्रशासन या अधिकारियों के प्रति भी बेख़ौफ़ नज़र आ रहे थे, जो कि इमरान खान एक नेतृत्व वाली सरकार की तरफ से देश में आतंकी संगठनों को जड़ से उखाड़ने के इरादों पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाता है.
पाकिस्तान में 14 वर्षीय हिन्दू लड़की का अपहरण, जबरन इस्लाम में धर्मान्तरण, फिर निकाह
UAE में भारतीय ने लौटाया गोल्ड और डॉलर से भरा बैग, ईमानदारी को दुबई पुलिस ने किया सलाम