पंजाब : जबतक राम जन्म भूमि पर मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता तब तक हिंदुओं के लिए कोई अच्छी भावना नहीं है, हिंदु समाज और देरी बर्दाश्त नहीं कर सकता यह बात विश्व हिंदू परिषद के जिला चेयरमैन रमेश अग्रवाल ने कही. उन्होंने सरकार से सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर कानून बनाने की मांग की.
रमेश अग्रवाल ने कहा कि सितंबर 2010 में अदालत ने फैसला दिया था कि भगवान राम का जन्म वहीं हुआ, जहां बाबरी ढांचा विद्यमान था. सितंबर 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी विवादित ढांचे के बीच के गुंबद को राम जन्म भूमि माना. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग की विवादित स्थल की खुदाई के बाद आई रिपोर्ट में भी कहा गया कि इसमें मंदिर से मिलते जुलते अवशेष हैं.इसलिए यह माना जा सकता है कि यही राम जन्म भूमि है.
विहिप के जिला चेयरमैन रमेश अग्रवाल ने सुझाव दिया कि अगर राम मंदिर मामले का हल सुप्रीम कोर्ट से नहीं निकल पाता है तो केंद्र सरकार को इसके लिए संसद में सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर कानून बनाना चाहिए. उत्तर प्रदेश में भाजपा को मिली बड़ी जीत यही साबित करती है कि जनता ने उसे राम मंदिर निर्माण के लिए ही समर्थन दिया है.
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