मुंबई: अयोध्या राम मंदिर मामले पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा है कि 'मैंने किसी का नाम नहीं लिया है, क्योंकि 125 करोड़ भारतीय उनके नाम जानते हैं, तीन जजों की एक बेंच वहां मौजूद थी, उन्होंने देरी की, उन्होंने इसे नकारा, उन्होंने अपमान किया है, उन्होंने जो किया है वो अनुचित है.
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वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को अयोध्या में जल्द से जल्द राम मंदिर के निर्माण के लिए एक अध्यादेश लाने या कानून बनाने की मांग उठाई गई साथ ही संघ ने कहा कि विवादित भूमि मामले की सुनवाई में विलंब करने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला हिंदू भावनाओं को 'आहत' कर रहा है. संघ ने कहा कि इस मामले को लंबित पड़े काफी लम्बा समय हो गया है, अब तत्काल प्रभाव से अदालत को इसका फैसला करना चाहिए.
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आपको बता दें की पिछले कुछ दिनों से राम मंदिर का मुद्दा फिर जोर पकड़ने लगा है, शिव सेना,आरएसएस और विहिप के हज़ारों कार्यकर्ता अयोध्या में धर्मसभा और अन्य आयोजनों के जरिए राम मंदिर निर्माण के लिए अलख जगा रहे हैं. वहीं कई नेता इस मसले पर विवादित बयान भी दे रहे हैं, मंगलवार को ही जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा था कि अगर राम पुरे विष के भगवान हैं तो मंदिर सिर्फ अयोध्या में ही क्यों बनाने की बात हो रही है?
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