आप सभी को बता दें कि इस बार रमा एकादशी 24 अक्टूबर को है. एकादशी तिथि को हिन्दू धर्म में सबसे अत्यधिक महत्वपूर्ण कहा जाता है और ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से सभी पापों का अंत हो जाता है. वहीं रमा एकादशी के दिन मां लक्ष्मी के पूजन के साथ भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए. क्योंकि इससे बेहद शुभ और मंगलकारी परिणाम मिलते हैं. बहुत से लोग इस बात को नहीं जानते हैं कि देवी लक्ष्मी जिनका एक नाम रमा भी हैं उन्हें यह एकादशी सबसे ज्यादा प्रिय मानी जाती है, इसलिए इस एकादशी का नाम रमा एकादशी कहा जाता है. आपको बता दें कि इस दिन कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्हे करने से माँ लक्ष्मी नाखुश हो जाती है. आज हम आपको उन 5 कामों के बारे में बताने जा रहे हैं.
* कहते हैं रमा एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. जी दरअसल धार्मिक शास्त्रों की माने तो एकादशी में चावल का सेवन करने से मन में चंचलता आती है, जिसके कारण मन भटकता है इसलिए चावल ना ही खाए तो अच्छा होगा.
* कहा जाता है रमा एकादशी के दिन नशीली चीजें जैसे मदिरा पान और धूम्रपान करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे आपका धर्म भष्ट हो सकता है.
* कहते हैं रमा एकादशी के दिन मनुष्य को क्रोध और तनाव में नहीं रहना चाहिए क्योंकि क्रोध और तनाव से मन में नकारात्मक विचार आ जाते हैं.
* कहा जाता है रमा एकादशी के दिन दातुन से दांत साफ न करें तो ही बेहतर है और ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन पेड़ की टहनियों को नहीं तोड़ना चाहिए.
* कहते हैं रमा एकादशी की रात को बिस्तर पर न सोकर व्रत का पुण्य लाभ कमाने के लिए जमीन पर ही सोना शुभ होता है.
यहाँ जानिए स्कन्द षष्ठी की व्रत कथा और पूजन विधि
जिसकी हथेली में होता है यह निशान, उसे नहीं होती कभी किसी सुख की कमी
मौत से पहले आपके पास होंगी यह 4 चीज़ें तो आपको भी मिलेगा स्वर्ग