रमजान का महीना चल रहा है और ऐसे में हर मुस्लिम शख्स रोज़ा रखता है. इन दिनों रोज़ा रखने की खास बातें होती हैं. देखा जाता है हिन्दू और मुस्लिम एक साथ नहीं रह सकते और उनके बारे में हमेशा ही बड़काऊ खबरें आती हैं. लेकिन गुजरात से कुछ अलग ही खबर आई है. यहां रमज़ान के महीने में हिंदु और मुस्लिम समुदायों के लोग साथ मिलकर रोज़ा-इफ़्तार करते हैं. आइये जानते हैं इस अनोखे काम के बारे में.
दरअसल, रमज़ान के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रखते हैं. शाम को वो इफ़्तार के साथ अपना रोज़ा खोलते हैं. इस दौरान कई तरह के पकवान और फल खाने का रिवाज़ है. रोज़ा रखने के बाद इफ़्तार मुस्लिम सुमदाय के लोग ही करते हैं, लेकिन सूरत की हज़रत ख़्वाजा दरगाह में हर साल कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिलता है. रमज़ान के महीने में यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों धर्म के लोग इक्कठा होकर इफ़्तार करते हैं.
आपको बता दें, यहां आए ऐसे ही एक श्रद्धालु हैं, के. घीवाला. ये पिछले 5 साल से इस दरगाह पर आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा- 'मैं इस दरगाह में पांच साल से आ रहा हूं. कई हिंदू इस दरगाह में आते हैं. ये धार्मिक सद्भाव का एक बड़ा प्रतीक है.' ऐसे ही कई लोग आते हैं और उनका भी ऐसा ही मानना है कि इफ़्तार सिर्फ़ मुस्लिमों के लिए नहीं है, ये सभी के लिए है.
जुम्मे की नमाज के पहले ना भूले ये काम, हैं बेहद महत्वपूर्ण
इस्लाम में ये है 786 का महत्व, जानिए क्यों है खास
जानें किन लोगों को देना सही है ज़कात, रमजान में है महत्व